बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर सिडनी में जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से सम्पन्न

केम्प्स क्रीक, न्यू साउथ वेल्स में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में 16 अगस्त 2025 को जन्माष्टमी हर्षोल्लास से मनाई गई। भक्तों ने भक्ति भजनों, नाट्य झांकियों और मध्यरात्रि दर्शन के साथ भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव उत्साहपूर्वक मनाया। 49 फुट ऊँची नीलकंठ वर्णी प्रतिमा मंदिर की भव्यता को और बढ़ाती है।

Aug 16, 2025 - 09:33
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बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर सिडनी में जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से सम्पन्न
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बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर सिडनी में जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से सम्पन्न

केम्प्स क्रीक, न्यू साउथ वेल्स: 16 अगस्त 2025 को बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर, केम्प्स क्रीक में जन्माष्टमी पर्व बड़े हर्षोल्लास और धार्मिक उत्साह के साथ मनाया गया। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित इस समारोह में सैकड़ों भक्तों ने भाग लेकर अपनी श्रद्धा व्यक्त की।

मंदिर को इस अवसर पर सुंदर रोशनी और पुष्पों से सजाया गया था। कार्यक्रम का आरंभ मंगल आरती और भजन-कीर्तन से हुआ, जिसमें भक्तों ने भावपूर्ण गान प्रस्तुत किया। विशेष रूप से बच्चों और युवाओं द्वारा प्रस्तुत की गई नाट्य झांकियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने उपस्थित भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की पावन बेला पर मंदिर में जयकारों और शंखध्वनि से गूंज उठी। श्रद्धालुओं ने दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया और सामूहिक प्रार्थना में शामिल होकर विश्व शांति और सुख-समृद्धि की कामना की।

बीएपीएस स्वामीनारायण संगठन के संतों और प्रमुख सदस्यों ने अपने प्रवचन में श्रीकृष्ण के आदर्श जीवन, धर्म-स्थापना और भगवद्गीता के उपदेशों को जीवन में उतारने का संदेश दिया।

इस अवसर पर भक्तों के लिए विशेष प्रसाद और भोजन की व्यवस्था भी की गई थी। पूरे आयोजन में भक्तिमय वातावरण देखने को मिला, जिसने सभी उपस्थित श्रद्धालुओं के हृदय को आध्यात्मिक आनंद से भर दिया।

यहां वर्णनयोग्य है कि साल 2025 के मार्च माह में मूर्ति स्थापित होने के बाद अब तक phase 1 के अंतर्गत 25 एकड में फैले इस भव्य मन्दिर का निर्माण मन प्रसन्न कर देता है। भारत से हज़ारों किलोमीटर दूर यह मन्दिर ऑस्ट्रेलिया में हिंदू संस्कृति की अलौकिक मिसाल है।

मन्दिर के प्रवेश द्वार पर तपोमूर्ति श्री नीलकंठ वर्णी की सबसे ऊँची धातु प्रतिमा 49 फ़ुट (15 मीटर) ऊँची, यह भव्य प्रतिमा भगवान स्वामीनारायण को नीलकंठ वर्णी स्वरूप में दर्शाती है।

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